Chandigarh Congress- चुनाव के बाद चंडीगढ़ में कांग्रेस की बड़ी कार्रवाई; इन नेताओं को सस्पेंड कर पार्टी से निकाला, कई पदमुक्त

चुनाव के बाद चंडीगढ़ में कांग्रेस की बड़ी कार्रवाई; इन नेताओं को सस्पेंड कर पार्टी से निकाला, कई पद से हटाए गए, एक रिपोर्ट पर एक्शन

Chandigarh Congress Many Leaders Suspended and Expelled For 6 Years

Chandigarh Congress Many Leaders Suspended and Expelled For 6 Years

Chandigarh Congress: 19 अप्रैल से 1 जून  तक कुल 7 चरणों में लोकसभा चुनाव-2024 के लिए वोट पड़ चुके हैं और अब राजनीतिक पार्टियों और उनके उम्मीदवारों में 4 जून को आने वाले रिजल्ट को लेकर हलचल है। वहीं इस बीच चंडीगढ़ में कांग्रेस ने बड़ी कार्रवाई कर दी है।

चंडीगढ़ कांग्रेस के पांच नेताओं को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है और 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। इसके अलावा पांच अन्य नेताओं को तत्काल प्रभाव से उनके पदों से हटा दिया गया है। बताया जा रहा है कि, दिल्ली से पार्टी हाईकमान के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है।

चंडीगढ़ कांग्रेस के जो नेता सस्पेंड हुए

चंडीगढ़ कांग्रेस से जिन नेताओं को सस्पेंड कर 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है। उनमें चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष दीपा दुबे भी शामिल हैं। जिन्हें हाल ही में महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था।

चुनाव के बीच दीपा दुबे चंडीगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एचएस लकी और उम्मीदवार मनीष तिवारी को लेकर विरोधी तेवर में दिख रहीं थीं। वहीं चंडीगढ़ कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट रहे अनवर उल हक को भी सस्पेंड किया गया है। इसके अलावा चंडीगढ़ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रवि ठाकुर, सचिव साहिल दुबे और सदस्य अभिषेक शर्मा पर यह कार्रवाई की गई है।

चंडीगढ़ कांग्रेस में पद से हटाए गए ये नेता

चुनाव के बाद चंडीगढ़ कांग्रेस से जिन नेताओं को पद मुक्त किया गया है। उनमें पूर्व मेयर रहे हरफूल चंद कल्याण को उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। इसके साथ ही विनोद शर्मा को महासचिव पद से हटा दिया गया है। इसी प्रकार मनोज गर्ग को सचिव पद से, सतीश कैंथ को प्रवक्ता के पद से और हाकम सरहदी को सचिव के पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।  

ऑब्जर्वर के रिपोर्ट पर कार्रवाई

जानकारी के अनुसार, इन सभी नेताओं पर चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियां करने के चलते कार्रवाई की गई है। यह माना गया है कि, इन नेताओं ने पार्टी अनुशासन के परे जाकर काम किया। बताया जा रहा है कि, चंडीगढ़ में कांग्रेस के चुनाव ऑब्जर्वर रहे एस जगदीश ने पार्टी की हाईकमान को इस संबंध में रिपोर्ट दी और इसके बाद यह एक्शन लिया गया।

चुनाव से पहले इस्तीफों की लगी थी झड़ी

कांग्रेस की तरफ से चंडीगढ़ लोकसभा चुनाव के लिए मनीष तिवारी को टिकट मिलने के बाद पार्टी में फूट पड़ गई थी और अंदरूनी कलह शुरू हो गई थी। मनीष तिवारी और पवन बंसल को लेकर पार्टी के अंदर दो खेमे बन गए थे। चंडीगढ़ कांग्रेस में इस्तीफों की झड़ी लग गई थी। इस्तीफे का ऐलान करने वालों में दीपा दुबे और अनवर उल हक, विनोद शर्मा समेत कई नेताओं का नाम शामिल था। एक खेमे के नेता दीपा दुबे के घर मीटिंग करने के लिए जुटे थे।

रिपोर्ट- वीरेंद्र सिंह

 

 

 

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